बदनाम लड़कियां
बदनाम लड़कियां
देर तक रहती है
लोगो की याद में
उनसे भी देर तक
याद रहते है उनके किस्से
बरसो बाद
बीच बाज़ार
दिख जाती है जब
अपनी बेटी का हाथ थामे
अतीत से निकल कर चली आती
ऐसी कोई लड़की
उसके आगे -आगे
चले आते है याद में
वे ही किस्से
और
ठिठक जाता है एक हाथ
पुरानी दोस्ती की याद में
उसकी ओर बदने से
ठीक पहले
देवयानी ने दस साल तक मुख्य धारा की खबरनवीसी की, प्रेम भाटिया फैलोशिप के तहत विस्थापन पर उल्लेखनीय शोध किया, उनकी कविताएँ और अनुवाद प्रकाशित हुए हैं और चर्चित भी रहे है , . शिक्षा के लिए लगातार कम कर रही है. इन दिनों दिगंतर संस्था से जुडी है , राजस्थान की नयी कविता का प्रतिनिधि नाम है, कई शहरों में रहनवारी के बाद वे जयपुर में रहती है.
राजस्थान के चर्चित युवा चित्रकार, हनुमानगढ़ जिले में पैदाइश , BFA के बाद चित्रकला में MA , अनेक राज्य स्तरीय पुरस्कार और प्रदर्शनियों में भागीदार.
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